निवेश क्यों ज़रूरी है? | निवेश के लाभ क्या है? | निवेश का मतलब क्या होता है? | इन्वेस्टमेंट कैसे करें? | निवेश के तरीके | पैसा कहां निवेश करें? | बचत और निवेश में क्या अंतर है? | इन्वेस्टर कैसे बनें?
Hello & Welcome Guys, आज हम बात करने वाले हैं निवेश (Investment) के बारे में। आज के इस औद्योगिक युग में हर कोई इंसान अमीर बनना चाहता है। हर आदमी चाहता है कि समय के साथ उसकी आमदनी भी बढ़ती रहे। इसके लिए वह बचत करता है और अपने पैसों को भविष्य के लिए सुरक्षित करके रखता है। लेकिन मनी मैनेजमेंट का सही ज्ञान ना होने के कारण उसकी यह बचत किसी काम की नहीं रह जाती।
हमारे देश भारत में गरीबी का एक सबसे बड़ा कारण यह है कि लोगों को सही से वित्तीय शिक्षा नहीं मिल पाती जिससे वह अपने पैसों को मैनेज करना नहीं सीख पाते। आप जानकर हैरान होंगे कि अमेरिका जैसे देश में 55% से भी अधिक लोग स्टॉक मार्केट में अपना पैसा निवेश करते हैं, वही इंडिया में मात्र 3% लोग ही अपना पैसा स्टॉक मार्केट में निवेश करते हैं। यही कारण है कि आज अमीर और ज्यादा अमीर होता जा रहा है और गरीब और ज्यादा गरीब होता जा रहा है।
आज इस आर्टिकल में हम जानेंगे कि निवेश क्या है? (What Is Investment In Hindi) और किस प्रकार आप निवेश करके समय के साथ अपने पैसों को ग्रो कर सकते हैं।
निवेश क्या होता है?
निवेश यानी इन्वेस्टमेंट का अर्थ होता है अपने पैसों को किसी ऐसी जगह लगाना जहां से आपको अच्छा रिटर्न मिल सके।
दोस्तों, आप जानते हैं कि दिनोंदिन रूपए की परचेसिंग पावर कम होती जा रही है। मतलब आप जिस चीज को आज से 5 साल पहले ₹1000 में खरीद सकते थे आप उसी चीज को आज ₹1000 में नहीं खरीद सकते। सीधे शब्दों में कहें तो महंगाई बढ़ रही है और पैसे की ताकत कम हो रही है। वहीं यदि आप 5 साल पहले ₹1000 की कोई ऐसी चीज खरीद लेते जिसकी प्राइस वर्तमान में बढ़ चुकी तो आप उसे ज्यादा प्राइस में बेचकर फायदा कमा सकते हैं और यही निवेश कहलाता है।
मतलब निवेश करके आप अपने पैसों को समय के साथ बढ़ा सकते हैं।
एक निवेश वह होता हैं, जिसमें आप जो कुछ खरीदते हैं वह आपको लागत से अधिक पैसा कमाकर देता हैं। जैसे यदि आप वर्तमान में किसी मूल्यवान धातु को यह सोचकर खरीद रहे हैं कि भविष्य में उसकी कीमत बढ़ जाएगी और आपको फायदा होगा तो यह उस धातु पर आपका निवेश कहलाएगा। निवेश अलग अलग चीजों जैसे सोना, चांदी, स्टॉक, रियल एस्टेट आदि में किया जा सकता हैं जिसके बारे में नीचे विस्तार से चर्चा की गई है।
निवेश करना क्यों जरूरी है?
निवेश क्यों जरूरी है इसे समझने के लिए हम एक उदाहरण की सहायता लेते हैं।
माना आप एक 30 वर्षीय व्यक्ति है जो प्रतिमाह लगभग ₹20,000 की बचत करते हैं। अब आप की मासिक आय और खर्च में किसी भी प्रकार के बदलाव के बावजूद आप हर महीने एक समान बचत करते हैं। आप 50 वर्ष की आयु पर रिटायर होना चाहते हैं। तो इस प्रकार अगले 20 वर्षों में आप 48 लाख रुपए की बचत कर लेंगे।
अब आपके साथ दो चीजें हो सकते हैं -
1. यदि आप निवेश नहीं करते तब रिटायरमेंट के बाद आपके पास केवल ₹48,00,000 ही बचेंगे।
2. वहीं यदि आप ₹20,000 प्रतिमाह किसी ऐसी जगह में निवेश करते जहां आपको 12% प्रतिवर्ष की दर से रिटर्न मिलता तब 20 साल बाद आप की बचत का पैसा ₹1,99,82,958 होगा।
तो इस प्रकार आप देख सकते हैं कि निवेश करके 20 सालों में आप तकरीबन 1.5 करोड़ रुपए ज्यादा कमा सकते हैं।
निवेश का महत्व
आपने ऊपर देखा कि किस प्रकार निवेश करके आप अपने पैसों को समय के साथ ग्रो कर सकते हैं। बढ़ती महंगाई और तेजी से बदलते युग में आज के समय में निवेश करना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण हो जाता है। निवेश करने कि कुछ जरूरी वजहें निम्नानुसार हैं -
- बढ़ती हुई महंगाई से निपटने के लिए निवेश हमारे लिए एक अच्छा विकल्प है क्योंकि यह हमारे पैसों को समय के साथ बढ़ाता है।
- यदि आप अपनी अगली पीढ़ी के लिए एक बड़ी रकम जोड़ना चाहते हैं या रिटायरमेंट के बाद एक सुखद जिंदगी जीना चाहते हैं तो निवेश आपकी जरूरतों को पूरा करने में सहायक है।
- इसके द्वारा आप अपनी संपत्ति बढ़ाकर फाइनेंसियल कंडीशन को सुधार सकते हैं।
- यदि आपने निवेश किया है और आपको अचानक पैसों की आवश्यकता पड़ जाए तो यह आपके लिए फायदेमंद हो सकता है।
निवेश कहां करें?
अब हमारे मन में यह सवाल आता है कि निवेश कहां करना चाहिए ताकि हमें ज्यादा से ज्यादा रिटर्न मिल सके। देखिए, निवेश बहुत सारे तरीके हैं। निवेश पर मिलने वाले रिटर्न और जोखिम के आधार पर इसे हमने चार भागों में विभाजित किया है - फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स, इक्विटी, रियल एस्टेट, कमोडिटी (बहुमूल्य धातु)।
1.फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट्स
निवेश के इस तरीके में आपके द्वारा लगाया गया पैसा पूरी तरह से सुरक्षित होता है तथा इस निवेश पर मिलने वाला रिटर्न आपको ब्याज के तौर पर दिया जाता है। जैसे कि बैंक फिक्स्ड डिपॉजिट या गवर्नमेंट बॉन्ड्स में किया गया निवेश।
निवेश पर मिलने वाला ब्याज 3 महीने 6 महीने या सालाना दिया जाता है और निवेश की अवधि खत्म होने पर आपका पैसा आपको ब्याज के साथ लौटा दिया जाता है। इस प्रकार के निवेश में रिस्क और रिटर्न दोनों कम होता है।
2.इक्विटी
इक्विटी में निवेश करने का मतलब है शेयर मार्केट में निवेश करना। इसमें आप कंपनियों के शेयर पर निवेश करते हैं। इक्विटी में किया गया निवेश ज्यादा रिस्की होता है क्योंकि किसी भी कंपनी के शेयर की प्राइस कभी भी कम या ज्यादा हो सकती है। लेकिन इसमें मिलने वाला रिटर्न काफी आकर्षक होता है। यदि आप अच्छी तरह से एनालिसिस करके किसी अच्छी कंपनी में लॉन्ग टर्म के लिए निवेश करते हैं तो आपके प्रॉफिटेबल होने के चांसेस ज्यादा बढ़ जाते हैं।
यदि आपको शेयर मार्केट की ज्यादा जानकारी नहीं है तो आप म्यूचुअल फंड में भी निवेश कर सकते हैं। म्यूचुअल फंड में बहुत सारे लोगों का पैसा मिलाकर विशेषज्ञों द्वारा अच्छी तरह से एनालिसिस करके बड़ी कंपनियों के शेयरों में लगाया जाता है और उस पर मिलने वाले रिटर्न को सभी निवेशकों में बांट दिया जाता है।
3.रियल एस्टेट
रियल एस्टेट का नाम तो आपने सुना ही होगा। इसमें निवेश करने का मतलब है कोई मकान, दुकान या जमीन खरीदना । रियल एस्टेट में निवेश करने से आपको दो तरह के फायदे हो सकते हैं पहला आप अपनी जमीन या मकान को किराए पर दे सकते हैं और दूसरा उसकी कीमत समय के साथ बढ़ती जाएगी जिसे बेचकर आप लाभ कमा सकते है। लेकिन रियल एस्टेट में निवेश करना काफी उलझन भरा हो सकता है क्योंकि इसमें काफी समय लगता है और बहुत ज्यादा धन की आवश्यकता होती है।
4.कमोडिटी (बहुमूल्य धातु)
कमोडिटी में निवेश करने का मतलब है किसी बहुमूल्य धातु जैसे सोना या चांदी में निवेश करना। लंबे समय अंतराल में इन बहुमूल्य धातुओं की कीमत में वृद्धि होती है।
निवेश कब शुरू करना चाहिए?
जब आप निवेश नहीं करते तो आपका पैसा बैंक में पड़ा रहता है हो सकता है उसमें बैंक द्वारा साधारण ब्याज दिया जाता हो पर यह बहुत ही कम होता है। लेकिन जब आप अपने पैसों को निवेश करते हैं तो आपका पैसा चक्रवृद्धि ब्याज के हिसाब से बहुत तेजी से बढ़ता है।
निवेश करने के लिए कोई तय सीमा ने आप जितनी जल्दी हो सके निवेश करना शुरू कर दें क्योंकि आपके निवेश पर समय का बहुत ज्यादा असर पड़ता है जितनी ज्यादा समय के लिए आप निवेश करते हैं आपको मिलने वाला रिटर्न उतना ही ज्यादा हो सकता है।
यदि आप युवा है तब
याद रखें कि आपको अपना सारा पैसा एक ही जगह में निवेश नहीं करना चाहिए। उम्र 23 से 25 वर्ष की है तो आप ज्यादा रिस्क ले सकते हैं क्योंकि आपके पास निवेश करने के लिए ज्यादा वक्त है। ऐसे में आप अपना 70% निवेश इक्विटी और 30% निवेश फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट या कमोडिटी में कर सकते हैं।
यदि आप बुजुर्ग हैं तब
यदि आप अपनी रिटायरमेंट के समय में निवेश करना चाहते हैं तो आपको 80% निवेश फिक्स्ड इनकम इंस्ट्रूमेंट और 10% इक्विटी और 10% कमोडिटी में निवेश कर सकते हैं। आप अपने रिस्क लेने की क्षमता के आधार पर इसे कम या ज्यादा कर सकते हैं।
निवेश पर अक्सर पुछे जाने वाले सवाल FAQs
1. निवेश की परिभाषा क्या है?
निवेश का मतलब अपने पैसों को किसी ऐसी जगह लगाना जहां से आपको उस पैसे पर रिटर्न की उम्मीद हो।
2. क्या निवेश के द्वारा अमीर बना जा सकता है?
जी हां, सही तरीके से सोच-समझकर किया गया निवेश आप को अमीर बना सकता है।
3. निवेश का सबसे अच्छा साधन क्या है?
इक्विटी, म्यूचुअल फंड, FD, बॉन्ड्स, कमोडिटी यह सभी निवेश के अच्छे साधन माने जाते हैं।
4. 1 साल के लिए 1 लाख रुपए का निवेश करें?
आप 1 साल के लिए 1 लाख रुपए किसी कंपनी के शेयर या म्यूचुअल फंड में निवेश कर सकते हैं क्योंकि इनमें रिटर्न बहुत ज्यादा मिलते हैं।
5. पैसा दोगुना करने का सबसे अच्छा तरीका क्या है?
यदि आप पैसा दोगुना करना चाहते हैं तो आपको सोच समझकर इक्विटी में निवेश करना पड़ेगा क्योंकि इसमें बहुत अच्छा रिटर्न मिलता है।
Conclusion
तो दोस्तों आशा करते हैं कि आप को निवेश के बारे में यह जानकारी पसंद आई होगी। सोच समझकर किया गया सुरक्षित निवेश आपको बहुत ज्यादा पैसे दिला सकता है यह आपकी सभी इच्छाओं को भी पूरी कर सकता है। आपको एक सुखद जीवन दिला सकता है इसलिए आप जल्द से जल्द निवेश करना शुरू कर दें। यदि आपके पास इससे जुड़ा और कोई सवाल है तो आप नीचे कमेंट करके पूछ सकते हैं तथा फाइनेंसियल मार्केट से जुड़े हुए ऐसे ही जानकारी पाने के लिए हमारी इस वेबसाइट से जुड़े रहे।
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