वर्तमान में भारतीय शेयर बाजार में कशमकश की स्थिति बनी हुई है। भारतीय शेयर बाजार में पिछले दिसंबर में अपना ऑल टाइम हाई छुआ था। इसके बाद महंगाई, टैक्स वृद्धि का डर और, यूएस की शार्ट सेलर हिडेनबर्ग द्वारा अदानी समूह के ऊपर लाई गई रिपोर्ट के कारण बाजार में उथल-पुथल की स्थिति मच गई। जिसे मार्केट में एक भारी गिरावट देखने को मिली। इस भारी उतार-चढ़ाव के बीच कई नए ट्रेडर्स और इन्वेस्टर्स ने अपना पैसा गवाया।
निवेशक छोड़ रहे बाजार
निवेशक को की संख्या में कमी के कारण स्टॉक एक्सचेंज में वॉल्यूम की संख्या में कमी आई है। इस एक नया सवाल खड़ा हो गया है कि क्या शेयर बाजार से निवेशकों की उम्मीदें खत्म हो रही है? एनएवी इन्वेस्टमेंट रिसर्च के को-फाउंडर और sebi रजिस्टर्ड एनालिस्ट आशीष बाहेती ने NSE डेटा के साथ एक ट्वीट किया है। जिसमें बताया गया है कि पिछले 6 महीनों में 38 लाख निवेशकों ने शेयर बाजार छोड़ दिया है।
As per NSE Data, 38 Lakh clients have left Stock Market in the last 6 months.
— Ashish Bahety- CA, CS, LLB (G) (@AshishBahety) February 22, 2023
Abhi to aur wickets girega
The "lockdown traders" must have seen the reality of the stock market. pic.twitter.com/Jx22fexfqL
जीरोधा के सीईओ नितिन कामत का कहना है कि इस साले ने डिमैट अकाउंट की ओपनिंग में तकरीबन 50 फ़ीसदी की कमी देखी गई है। और यह सभी ब्रोकर्स के साथ एक जैसा। NSE के डाटा के अनुसार कैश मार्केट में टर्नओवर 10,20,626 करोड़ रुपये था। यह दिसंबर में 11,60,846 करोड़ और नवंबर में 12,01,108 करोड़ रुपये था। इसके अलावा, एनएसई डेटा से पता चला है कि ऐवरेज डेली टर्नओवर जनवरी 2023 में 48,601 करोड़ रुपये था। यह दिसंबर में 52,766 करोड़ रुपये और नवंबर 2022 में 5,71,96 करोड़ रुपये था। इन सबके अलावा सिक्योरिटी मार्केट से भी डिमैट अकाउंट की संख्या लगातार घट रही है।
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