IPO क्या होता है? - What Is IPO In Hindi, Types Of IPO In Hindi.

नमस्कार दोस्तों इस ब्लॉग में हम IPO क्या होता है (What is ipo in hindi ?) और IPO कितने प्रकार के होते है (Types of ipo in hindi ?) ये जानेंगे.

  •  What is (IPO) in hindi.
  •  Types of (IPO) in hindi.
  •  What is Fixed Price Issue (IPO) in hindi.
  •  What is Book Building Issue (IPO) in hindi.

ये सारे Question के Answer आपको इस ब्लॉग में मिल जायेंगे इस ब्लॉग को पूरा पढ़ना.

What Is IPO In Hindi?

जब कोई कंपनी पहली बार पब्लिक को अपनी शेयर बेचती है तो उसे (Initial Public Offering) याने IPO कहते हैं.

IPO में कंपनी पब्लिक को Shares बेचती है और उन shares के बदले में लोगों से फंडरेज करती है या ने पैसा उठाती हैं इस तरह कंपनी को फंड मिल जाता है और investor उस कंपनी में share holder याने भागीदार बन जाते हैं.

For example :-

march 2017 में D-mart जो की एक सुपरमार्केट चेन है उसके पेरेंट् कंपनी Avenue Supermart का ipo आया था Avenue Supermart ne IPO थ्रू 1870 करोड रुपए raise किए थे और उसके बदले में कंपनी के करीब 10% share dailute किए थे

इसका मतलब यह है कि उन 1870 करोड़ के बदले में Avenue Supermart ने पब्लिक को कंपनी में 10% हिस्सेदारी दी है इस तरह जिन लोगों ने Avenue Supermart में इन्वेस्ट किया है

वह लोग Avenue Supermart में भागीदार बनें यानी share holder बन गए fund raise करने के पीछे कंपनी के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं

जैसे की Expansion यानी company का विस्तारीकरण करने के लिए कंपनी का Debt यानी कर्ज कम करने के लिए नए प्रोडक्ट या सर्विस को launch करने के लिए.

Avenue Supermart ने Debt कम करने के लिए और expansion के लिए fund raise किया था इस तरह हर किसी कंपनी के IPO लाने के पीछे अलग-अलग reasons हो सकते हैं.

वह लोग Avenue Supermart में भागीदार बनें यानी share holder बन गए fund raise करने के पीछे कंपनी के कई अलग-अलग कारण हो सकते हैं

जैसे की Expansion यानी company का विस्तारीकरण करने के लिए कंपनी का Debt यानी कर्ज कम करने के लिए नए प्रोडक्ट या सर्विस को launch करने के लिए.

Avenue Supermart ने Debt कम करने के लिए और expansion के लिए fund raise किया था इस तरह हर किसी कंपनी के IPO लाने के पीछे अलग-अलग reasons हो सकते हैं.

कंपनी पैसा क्यों उठाना चाहती है इसकी जानकारी आपको कंपनी के Red Herring Prospectus को पढ़कर मिलती है Red Herring Prospectus में आपको IPO लाने वाली कंपनी की छोटी छोटी चीजों से लेकर बहुत सारी important information मिलती है

जैसे कि कंपनी के Business details, Capital structure, risk factor, strategies, Promoters and management, company का past और financial data ऐसी बहुत सारी डिटेल्स आपको Red Herring Prospectus में मिलती है

IPO लाने वाली कंपनी का Red Herring Prospectus आपको SEBI की वेबसाइट sebi.gov.in पर आसानी से मिल जाएगा.

Types of (IPO) in hindi.

  1. Fixed Price Issue
  2. Book Building Issue

What is Fixed Price Issue (IPO) in hindi.

Fixed price IPO में कंपनी investment bank के साथ मिलकर Fixed price डिसाइड करती है जिस पर वह कंपनी अपने share investors को ऑफर करती हैं और फिर investors को उस कंपनी के shares IPO में उसे fixed price पर subscribe करने होते हैं.

For example :-

अगर किसी कंपनी ने अपने Fixed price issue में share की price 100rs डिसाइड की है तो investor को उस कंपनी का IPO में invest करने के लिए 100rs पर share की price पर ही shares subscribe करने होंगे.

What is Book Building Issue (IPO) in hindi.

Book Building Issue में IPO issue करने वाली कंपनी investment bank के साथ मिलकर एक प्राइस बैंड डिसाइड करती है और उस प्राइस बैंड में investors को अपने BID सबमिट करनी होती है.

Avenue Supermart का ipo भी book building issue था Avenue Supermart के IPO में प्राइस बैंड 295 से 299 रखा गया था.

Price Band में जो lowest price होती है उसे floor Price कहते हैं और जो highest price होती हैं उसे Cap Price कहते हैं

Avenue Supermart के IPO में 295 lowest प्राइस थी और 299 highest price थी. इसीलिए Avenue Supermart के IPO के लिए 295 ये floor price थी और 299 ये cap price थी book building issue में floor price और cap price के बीच ज्यादा से ज्यादा 20% का डिफरेंस रखा जा सकता है.

Avenue Supermarts के ipo में floor price और cap price के बिच सिर्फ 1.3% का differeance था.

(IPO) 3 से 10 दिनों के लिए खुला रहता है इस टाइम पीरियड में investors को Shares खरीदने के लिए apply करना होता है

अगर कोई IPO fixed price issue है तो जो भी उस IPO की fixed price रहेगी उस प्राइस पर आपको शेयर खरीदने के लिए अप्लाई करना होगा और अगर वह book building issue है

तो price band की किसी भी प्राइस पर आप BID लगा सकते हो और ऐसा नहीं है कि आपने BID लगाई तो आपको shares मिलेंगे ही उसके लिए Allotment process होती है.

IPO में शेयर खरीदने के लिए पहले आपको share के लिए apply करना होता है उसके बाद Allotment Process होती है और उसके बाद shares Allot किए जाते हैं.

investors को shares Allot होने के कुछ दिन बाद उस कंपनी के shares stock exchange पर लिस्ट हो जाते हैं जहां हम stock market टाइमिंग में share आसानी से Buy-Sell कर सकते हैं.

IPO में आप एक दो या आपको चाहे जितने shares नहीं खरीद सकते IPO में आपको share Lot में खरीदने होते हैं

मतलब IPO issue करने वाली कंपनी एक Lot Size डिसाइड करती है और उस Lot Size में या उस Lot Size के Multiple में आप shares Subscribe कर सकते हो.

For example :-

Avenue Supermart के IPO में एक Lot की Size 50 shares थी तो जिन investors को Avenue Supermart के ipo में invest करना था वो investors 50 और 50 के Multiple में ही shares subscribe कर सकते थे.

जैसे की 50 shares, 100 shares, 150 shares, 200 

shares.

उन्होंने वह shares सीधे कंपनी से खरीदे थे और उन्होंने shares खरीदने के लिए जो पैसा invest किया था वह पैसा Avenue Supermart को मिला और वहीं जिन लोगों ने Avenue Supermart shares stock exchange पर लिस्ट होने के बाद खरीदें यानि secondary market में खरीदे हैं

उन्होंने वह shares किसी और investors से खरीदे हैं जिस तरफ secondary market में ब्रोकरेज फर्म को कांटेक्ट करके या ब्रोकरेज फर्म की वेबसाइट सॉफ्टवेयर या मोबाइल app थ्रू shares buy-sell करते हो

उसी तरह IPO में shares Buy नहीं कर सकते IPO में shares buy करने की प्रोसीजर secondary market से पूरी तरह different होती है.


Thank you

Post a Comment

0 Comments